शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय :: सी टी ई दरभंगा के बारे में


मानू, शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2006 में इल्यास अशर्फ़ नगर, चंदनपाटी, लाहेरियासराय, दरभंगा, बिहार में की गई । मानू ने विशाल उर्दू भाषी जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए और पाया कि यहां पर मानू ऑफ़साइट कैम्पस को स्थापित करने की आवश्यकता है जो कि ज्ञानार्जन की सबसे पुराना स्थान है। दरभंगा व्यापक रूप से अपने साहित्यिक और शैक्षिक धरोहरों के लिए जाना जाता है साथ ही दो विश्वविद्यालय, एक मेडिकल कॉलेज़, कई दांत के कॉलेज़ों एवं यहां केवल एक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय है जो एम.एड का पाठ्यक्रम चलाता है । विशाल उर्दू बोलने वाली जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए, मानू शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की स्थापना की गई जिसमें नौजवान लडकें और लडकियों को उर्दू के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वह उर्दू भाषा के ज्ञान का प्रसार कर सकें । मानू, सी टी ई को एन.सी.टी.ई , ई.आर.सी., भुवनेश्वर द्वारा मान्यता प्राप्त है वर्ष 2007 में 100 विद्यार्थियों की इनटेक के साथ पहले बैच के सी टी ई ने अपनी वार्षिक परीक्षा हर्षोल्लास के साथ दी ।

यह हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि लगभग सभी छात्र जो वर्ष 2007-08,2008-09,2009-10, 2010-11,2011-12 में उत्तीर्ण हुए थे वे अभी विभिन्न सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों के संस्थानों में कार्य कर रहे है । मानू, सीटीई, दरभंगा विश्वविद्यालय की प्रथम संस्था जिसने अपने सात वर्ष पूर्ण किए है और उसके छह बैच पहले ही उत्तीर्ण कर चुके है । क्योंकि इस क्षेत्र में एम.एड पाठ्यक्रम नहीं है सिवाए एक निजी संस्था को छोडकर जहां पर सीमित सीटें है जो समाज के उच्च वर्ग के लिए है। सी टी ई दरभंगा, मानू में एम.एड के पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने से निश्चित तौर से एम.एड में प्रवेश से समाज के प्रतिभावान समूह को बहुत कुछ करने का मौका प्रदान करेगा।