दूरस्थ शिक्षा निदेशालय

दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डी डी ई)

दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की स्थापना वर्ष 1998 में की गई । दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के परिचालन का आधार उर्दू भाषा का प्रचार करना और उन लोगों को शिक्षा पहुंचाना जिन्हें अब तक यह अवसर प्राप्त नहीं हुआ है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के जनादेश में वंचितों के लिए शिक्षा , और अपने स्नातक एवं स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के माध्यम से हज़ारों उर्दू भाषियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। वर्तमान समय में डी.डी.ई. तीन स्नातकोत्तर, तीन स्नातक, और आठ स्नातकोत्तर पी.जी. डिप्लोमा/ डिप्लोमा/ प्रमाण-पत्र कार्यक्रम को दूरस्थ मोड़, इसके अलावा बी.एड. कार्यक्रम प्रदान कर रही है । इन सभी कार्यक्रमों को डी.इ.सी से अनुमोदिन प्राप्त है और बी.एड कार्यक्रम को एन.सी.टी.ई. से मान्यता प्राप्त है। दूरस्थ शिक्षा में पंजीकृत छात्रों की कुल संख्या 1,00,000 से भी अधिक है जो अखिल भारतीय स्तर पर 169 अध्ययन केन्द्रों में फैला हुआ है। वर्तमान समय में विश्वविद्यालय का दूरस्थ शिक्षा समर्थन नेटवर्क नौ क्षेत्रीय केन्द्रों नई दिल्ली, बेंगलूरू, पटना, दरभंगा, कोलकाता,मुम्बई, भोपाल, श्रीनगर, और रांची में एक-एक है ; छह उप-क्षेत्रीय केन्द्रों में से एक-एक जम्मू, मेवात, लखनऊ, संभल, हैदराबाद और अमरावती एवं एक परीक्षा केन्द्र जेद्दाह (साउदी अरब) में स्थित है।